हमारा उद्देश्य – बिहनिया
बिहनिया यानी सुबह – एक नई शुरुआत।
हमारा उद्देश्य है छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक जड़ों को संजोना, उन्हें आधुनिक रूप में प्रस्तुत करना, और समुदायों को सशक्त बनाना।
हम क्या करना चाहते हैं:
1. परंपरा और नवाचार का संगम करना चाहते हैं
हम जनजातीय कला, लोककथाएं, संगीत और ग्रामीण विरासत को आधुनिक तरीकों से पुनर्जीवित करना चाहते हैं।
2. ग्रामीण आवाज़ों को सशक्त बनाना चाहते हैं
स्थानीय कलाकारों, शिल्पकारों और रचनाकारों को मंच, पहचान और सही मूल्य देना हमारा संकल्प है।
3. शिक्षा और जागरूकता फैलाना चाहते हैं
हम ऐसा शैक्षणिक और सांस्कृतिक कंटेंट बनाना चाहते हैं जो क्षेत्रीय पहचान पर गर्व करना सिखाए और प्रगतिशील सोच को बढ़ावा दे।
4. सादगी और स्थायित्व को बढ़ावा देना चाहते हैं
हम प्रकृति से जुड़ी ग्रामीण जीवनशैली से प्रेरित होकर सरल, टिकाऊ और संतुलित जीवन को बढ़ावा देना चाहते हैं।
5. युवा शक्ति को दिशा देना चाहते हैं
हम मानते हैं कि युवा ही परंपरा और परिवर्तन के सेतु हैं – जो अतीत और भविष्य को जोड़ते हैं रचनात्मकता और उद्देश्य के साथ।
"बिहनिया" क्यों ?
क्योंकि हर संस्कृति को चाहिए एक नई सुबह।
बिहनिया एक ऐसा संकल्प है – जो जागने, सोचने और फिर से कल्पना करने की प्रेरणा देता है।
मिट्टी से जुड़कर, सूरज की ओर बढ़ने का नाम है बिहनिया।
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